उड़ी वो पतंग और खिल गया दिल, गुड़ की मिठास में देखो मिल गया तिल, चलो आज उमंग-उल्लास में खो जाएं हम लोग, सजाएं थाली और लगाएं अपने भगवान को भोग, हैप्पी मकर संक्रांति |