अस्तित्व

अस्तित्व

मन को केवल कुछ चीजें ही याद,
रहती हैं शरीर को सबकुछ याद,
रहता है जो सूचना ये रखता है वो,
अस्तित्व के प्रारम्भ तक जाती हैं।

शरीर

शरीर

शरीर, वास्तव में, केवल एक ,
क्षणिक अस्तित्व है। 
अब शरीर मौजूद है ,
और अब यह नहीं है।
एकमात्र भगवान ही असली हैं।
Swami Paramhans