उसके आधार को दिल से भी जोड़ दो साहब, पता तो चले कि कितने खाते खुले हुए हैं, एक भड़का हुआ आशिक |
किसी को तलाशते तलाशते, खुद को खो देना, आंसा है क्या आशिक हो जाना।