एक जादुई गुण, हम सब के अंदर है , जो हमारे अंदर की , ऊर्जा बदल देता है , और हमारे प्रति दूसरो, की धारणा बदल देता है | उसे ईमानदारी कहते है | Bk Shivani
प्रत्येक मनुष्य को अपने विचारों और, कार्यों में ईमानदारी के प्रति समर्पण, का भाव पैदा करना चाहिए। A . P . J . Abdul Kalam
किसी के मरने के बाद मिलने, वाला कोई धन ईमानदारी से अधिक, मूल्यवान नही है। William Shakespeare
कोई सर्वोत्तम दान ईमानदारी , के सद्रश बहुमूल्य नहीं है। William Shakespeare
ईमानदारी एक्शन के बारे में नहीं बल्कि उद्देश्य, के बारे में है क्या आप इसे सबकी भलाई के, लिए कर रहे हैं या अपने फायदे के लिए |
विश्वास और ईमानदारी से , भगवान बहुत निकट है ; लेकिन वह पाखंडी से बहुत दूर है। Swami Paramhans
ईमानदारी बहुत महंगा उपहार है। इसकी घटिया लोगों से उम्मीद मत करो।