कर्मो का गणित बड़ा सीधा और सरल है , कर भला हो भला और कर बुरा हो बुरा |
संसार का सबसे सुरक्षित बीमा है , "परमात्मा पर भरोसा" बस याद रखे और "अच्छे कर्मो " की किश्त समय से भरते रहे | Bk Shivani
आप सबका भाग्य लिखने के लिए हाथ तो मेरे ही चलते है , लेकिन कलम आपके कर्मो की होती है | Bk Shivani
जितना डर हम सभी को कोरोना से लग रहा है अगर उतना डर हमे अपने कर्मो से लगने लगे तो यह धरती स्वर्ग बन जाएगी |
कौन से कपडे पहनूँ ? जिससे मै अच्छा लगूँ | यह तो हम , हर रोज़ सोचते है | पर कौन सा कर्म करूँ , जिससे मै भगवान् को , अच्छा लगूँ | यह कोई कभी नहीं सोचता | Bk Shivani
शरीर में कोई सुंदरता नहीं होती है ,सुन्दर होते है तो, केवल मनुष्य के कर्म ,विचार , वाणी ,व्यवहार ,संस्कार और उसका चरित्र |
दुआ या बद्दुआ किसी के बोलने से नहीं किन्तु खुद के व्यवहार और कर्म से मिलती है इसलिए हमारा व्यवहार और कर्म सदा सुखदाई हो तो दुआए स्वत: मिलती रहेगी | Bk Shivani
लोगो का हमारे प्रति व्यवहार हमारा भाग्य नहीं बिगाड़ सकता | उनका व्यवहार उनका कर्म है , और उस कर्म से उनका भाग्य बनता है , हम उनके बारे मैं क्या सोचते है , उनसे कैसा व्यवहार करते है , वह हमारा कर्म है , और इससे हमारा भाग्य बनता है | Bk Shivani
आपके बोलने ,सोचने और कार्य करने से जो शक्ति, पैदा होती है,वह आपका कर्म बनाती है। Bk Shivani
अगर आप किसी पर विश्वास करते है, तो ये आपका कर्म है। यदि वो आप पर विश्वास करे या फिर आपको धोखा दे, वह आपकी किस्मत है। Bk Shivani
कोई हमारा बुरा करना चाहता है , तो ये उनके कर्मो के खातो मे लिखा जाएगा हम क्यूँ किसी के बारे मे बुरा सोच कर अपना वक़्त और कर्मो के खातों को खराब करे | Bk Shivani
जहाँ देह है वहाँ कर्म तो है ही , उससे कोई मुक्त नहीं है | तथापि शरीर को प्रभुमंदिर बनाकर उसके द्वारा मुक्ति प्राप्त करनी चाहिए | Mahatma Gandhi
कर्मचारी - सर मुझे 14 को छुट्टी चाहिए, बॉस - एप्लीकेशन पर बीवी के सिग्नेचर, करवा कर लाओ पहले, कर्मचारी - नहीं देनी तो माना कर दो सर |
आज के कर्म से लिखा हुआ भाग्य बदले BK SHIVANI
अगर भगवान् हमारा भाग्य लिखते तो वो सबसे बढ़िया भाग्य होता। हमारा भाग्य हमारे कर्म, हमारी मुक्त इच्छा द्वारा निर्मित होता है। भगवान् की इच्छा से नहीं। BK SHIVANI
यह संसार कर्मक्षेत्र है , और मानव का जन्म कर्म करने, हेतु हुआ है। Swami Paramhans
कर्म करो ,परन्तु कर्म में भक्ति का होना , अनिवार्य है। बिना भक्ति किया कर्म सार्थक नहीं हो सकता। Swami Paramhans
अप्राकृतिक कर्म बहुत , तनाव पैदा करता है I Shrimad Bhagwad Gita
'कर्म भूमि की दुनिया में श्रम सभी को करना पड़ता है , भगवान् सिर्फ लकीरें देता है रंग हमें ही भरना पड़ता है ! '
अच्छे कर्मों से ही आप, ईश्वर को पा सकते हैं, अच्छे कर्म करने वालों की, ही ईश्वर मदद करता है I Guru Gobind Singh
हैप्पीनेस कोई बनी बनाई चीज नहीं है बल्कि ये आपके अपने कर्मों द्वारा आती है.