खबर

खबर

ससुर: अरे दामाद जी,
तूफान की क्या खबर है?
दामाद: कूलर के आगे सो रही है,
 कहिए तो बात करा दूं । 

ठिकाना

ठिकाना

खबर ना होती कुछ सुबह की,
ना कोई शाम का ठिकाना था,
थके हार कर आना स्कूल से,
पर खेलने तो जरूर जाना था |

महादेव

महादेव

कैसे कह दूँ कि मेरी हर,
दुआ बेअसर हो गई,
मैं जब-जब रोया तब-तब,
महादेव को खबर हो गई,
शुभ महाशिवरात्रि।

प्यार

प्यार

बेखबर से रहते हो, 
खबर भी रखते हो, 
बात भी नहीं करते,
और प्यार भी करते हो |