हम सबको मिलकर सृष्टि की इस हवा को बदलकर शुद्ध तथा आस -पास के वातावरण को पवित्र बनाने के लिए पॉंच विकारो - काम ,क्रोध ,लोभ ,मोह ,अहंकार को छोड़कर | सात गुणों - पवित्रता ,शांति ,शक्ति प्यार ,ख़ुशी ,ज्ञान और गंभीरता को अपनाना होगा | Bk Shivani
गंभीरता एक बीमारी है, आत्मा की सबसे बड़ी, बीमारी और चंचलता, सबसे बड़ी सेहत है | OSHO
मुझे कभी भी अपनी रक्षा करने की , कोई इच्छा नहीं थी , और कभी भी मैंने इसके बारे में , गंभीरता से नहीं सोचा। Bhagat Singh