फ्रिज

फ्रिज

हम रह नहीं सकते बिन तुम्हारे ,
लगता है ऐसा बिन तुम्हारे ,
जैसे गर्मियों मे फ्रिज,
नहीं हो घर हमारे |

रोज़

रोज़

गर्मियों को करना है hello,
ओर सर्दियों को करना है bye,
चाहे कितना भी बच लो ,
पर अब तो रोज़ नहाना पड़ेगा मेरे भाई।