होठों जैसे पंखुड़ियाँ मेरी, कोमल काँटों से बच के ज़रा, कहीं हो न जाओ घायल | Happy Rose Day
जालिम इतना घायल, कर दिया तूने। बुलाकर अपने घर बाप, से पिटवाया तूने।
आपकी कुतिया ने देखो कर, दिया घायल मुझे। मैं तो देने आया था तोहफे में, एक पायल तुझे।