किताब

किताब

खोली आज किताब तो,
वो इश्क़ वाला गुलाब मिला ,
सूखे ओर बिखरे है पत्ते ,
लेकिन यादे आज भी जिंदा है |

happy rose day

जिंदा दिली

जिंदा दिली

हर खुशी, खुशी मांगे आपसे,
जिंदगी, जिंदा दिली मांगे आपसे,
उजाला हो मुकद्दर में आपके इतना,
कि चाँद भी रोशनी मांगे आपसे…