तकलीफ

तकलीफ

नज़र गम है नज़रों को बड़ी तकलीफ होती है,
बगैर उनके नज़रों को बड़ी तकलीफ होती है, 
नबी कहते थे अकसर के अकसर जिक्र -ए-हैदर से,
मेरे कुछ जान निसारों को बड़ी तकलीफ होती है |
HAPPY MUHARRAM