हमारे कुछ गुनाहों की सज़ा भी, साथ चलती है हम अब तन्हा नहीं, चलते दवा भी साथ चलती है अभी ज़िन्दा है माँ मेरी मुझे कुछ, भी नहीं होगा मैं जब घर से निकलता हूँ, दुआ भी साथ चलती है |
'मुझे इन बाँहों में तेरा साथ चाहिए , तन्हाइयों में तेरा हाथ चाहिए , खुशियों से भरी इस दुनिया , में तेरा प्यार चाहिए। happy chocolate day'
'दीपक में अगर नूर ना होता, तन्हा दिल यूँ मजबूर ना होता, मैं आपको ईद मुबारक कहने जरूर आता, अगर आपका घर इतना दूर ना होता, ईद मुबारक |'
'मुझे मत ढूँढों इस जहां की तन्हाई में… अरे !!! ठंड बहोत है… मैं तो हूँ अपनी रजाई में.. Happy Winter '