पतझड बसंत

पतझड बसंत

सूरज हर शाम को ढल ही जाता है,
पतझड बसंत में बदल ही जाता है,
मेरे मन मुसीबत में हिम्मत मत हारना ,
समय कैसा भी गुजर ही जाता है |
Happy Basant Panchami

ट्रांसलेट

ट्रांसलेट

अध्यापक:-वाक्य को अंग्रेजी,
में ट्रांसलेट करो,
वसंत ने मुझे मुक्का मारा,
संता:-‘वसन्तपंचमी’.