गुरूर

गुरूर

पापा आप मेरा वो गुरूर है,
जो कोई भी कभी भी,
नहीं तोड़ सकता  |

गुलाब

गुलाब

पगली तू,
गुलाब के फूल जैसी है,
जिसे में,
तोड़ भी नही सकता और,
छोड़ भी नही सकता |