बुराई

बुराई

जो दूसरों की बुराई करते हैं ,
वे खुद निंदित होते हैं।

Rigved

आईने,

आईने,

आज आईने के सामने खड़े हो,
कर खुद से माफ़ी माफ़ी ली मैंने,
सब से ज्यादा खुद का ही दिल,
दुखाया है दूसरों को खुश करने में।

हमारा ह्रदय

हमारा ह्रदय

हम जितना ज्यादा बाहर जायें और दूसरों का भला करें, हमारा ह्रदय उतना ही शुद्ध होगा, और परमात्मा उसमे बसेंगे.