निगाहें ढूंढ रही है, वहीं ख्वाब सुनहरे। जो कभी मिल बैठ, कर दे
एक पिता जब अपने पुत्र को कुछ देता है, तो दोनों हँसते हैं , लेकिन जब एक पुत्र , अपने पिता को कुछ देता है तो दोनों रोते हैं | William Shakespeare
आप जीवित रहने के, लिए क्या करते है , और आपके जीने का उद्देश्य क्या है , इन दोनों में बहुत फर्क है I Amitabh Bachchan