ज़िन्दगी

ज़िन्दगी

कौन सी है वो चीज़ जो यहाँ नहीं मिलती,
सब कुछ मिल जाता है लेकिन माँ नहीं मिलती,
माँ-बाप ऐसे होते हैं दोस्तों जो ज़िन्दगी में फिर नहीं मिलते,
खुश रखा करो उनको फिर देखो जन्नत कहाँ नहीं मिलती |

दोस्ती,दोस्तों

दोस्ती,दोस्तों

दोस्तों से हर लम्हे में क्रिसमस है,
दोस्ती की ये दुनिया दीवानी है,
दोस्तों के बिना जिंदगी बेकार है,
दोस्तों से ही तो जिंदगी में बहार है,

लिपट कर

लिपट कर

लिपट कर बदन कई तिरंगे में आज भी आते हैं,
यूँ ही नहीं दोस्तों हम ये पर्व मनाते हैं ।