धर्म

धर्म

धर्म की सबसे सरल व्याख्या यह है,
कि कभी भी किसी की भी आत्मा
को हमारी वजह से दुख ना हो।
यही धर्म की सबसे सरल व्याख्या है।

Bk Shivani

धर्म

धर्म

ना जानते हुए भी हम सब ,
एक ही धर्म के उपासक हैं।

Waltere

सिद्धांत

सिद्धांत

धर्म रहित जीवन सिद्धांत रहित जीवन है ,
और सिद्धांत रहित जीवन ,
पतवार रहित नौका के समान है |

Mahatma Gandhi

सभी धर्म समान है।

सभी धर्म समान है।

सभी धर्म समान है। महत्वपूर्ण बात यह है कि,
छत पर पहुंचने के लिए आप ,
पत्थर की सीढ़ियों से,
लकड़ी की सीढ़ियों से, बांस की सीढ़ियों से ,
या रस्सी से पहुंच सकते हैं।
आप बांस के खंभे से भी चढ़ सकते हैं।
Swami Paramhans

धर्म

धर्म

मेरा एक ही धर्म है ,
और वो है देश की सेवा करना।
Bhagat Singh

प्राणियों

प्राणियों

जानवरों और अन्य प्राणियों को ,
मारने वालो के लिए किसी भी धर्म में ,
कोई स्थान नहीं हैं I
Smarat Ashoka

धर्म

धर्म

अपने धर्म का सम्मान और दुसरो के धर्म की ,
निंदा करना किसी धर्म में नहीं बताया गया हैं I
Smarat Ashoka

धर्म की प्रगति

धर्म की प्रगति

अपने धर्म की प्रगति इसी में हैं ,
की हम अन्य धर्म का भी ,
सम्मान करे I
Smarat Ashoka

ऐसे  धर्म  को

ऐसे  धर्म  को

 मैं  ऐसे  धर्म  को  मानता  हूँ  ,
जो  स्वतंत्रता , समानता ,
और  भाई -चारा  सीखाये |
Dr. B. R. Ambedkar