मनुष्य

मनुष्य

मनुष्य अपने विश्वास से ,
निर्मित होता है ,
जैसा वो विश्वास करता है ,
वैसा वो बन जाता है I
Shrimad Bhagwad Gita

विचारों से निर्मित प्राणी I

विचारों से निर्मित प्राणी I

व्यक्ति अपने विचारों से निर्मित प्राणी है, वह जो सोचता है वही बन जाता है.I