आसमान

आसमान

उड़ जाते है रंग,
किताबों में दबे फूलों के भी,
आसमान में कई रंग,
बिखराए जाती है एक पतंग,
आपको बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं।
हैप्पी बसंत पंचमी।

हैप्पी लोहड़ी

हैप्पी लोहड़ी

मीठे गुड में मिल गया तिल उड़ीं पतंग,
और खिल गया दिल आपके जीवन में,
आये हर दिन सुख और शांति,
विश यू हैप्पी लोहड़ी

मकर संक्रांत

मकर संक्रांत

ये साल की मकर संक्रांत,
आपके लिए तिल-गुल जैसी मीठी,
और पतंग जैसी ऊँची,
उड़ान लाये हैप्पी संक्रांति |

मिठास

मिठास

उड़ी वो पतंग और खिल गया दिल,
गुड़ की मिठास में देखो मिल गया तिल,
चलो आज उमंग-उल्लास में खो जाएं हम लोग,
सजाएं थाली और लगाएं अपने भगवान को भोग,
हैप्पी मकर संक्रांति |

संक्रांति

संक्रांति

बंदे हैं हम देश के हम,
पर किसका ज़ोर,
मकर संक्रांति में उड़े,
पतंगें चारों ओर,
अपना मांझा खुद,
सूतने आज हम,
चले छत की ओर,
हैप्पी मकर सक्रांति |

 पतंग

पतंग

'तन में मस्ती, मन में उमंग,
चलो आकाश में डाले रंग,
हो जाये सब संग-संग,
उड़ाये पतंग !'