बदनाम हो गए मेरी मुहब्बत , के फसाने | कहाँ जाये अब हम तुझको, भुलाने |
तुमने क्यों बीच राह मे , साथ मेरा छोड़ दिया | मेरे अफसाने को गम की, तरफ छोड़ दिया|
कितने इल्जाम अभी उठाने होंगे | बदनाम और कितने हमारे फसाने होंगे।