ज़ुल्फिकार से अच्छी ना, कोई तल्वार है, ना अली से बड़ा कोई, बहादुर ज़मीन पर | Ertugrul ghazi
झूठ के लिए लड़ने मे , सच्ची बहादुरता नहीं होती | William Shakespeare