अगर आप हार मान लेते हैं, तो इसका मतलब है, कि आप खुद ही अपने ही, लिए जाल बिछा रहे हैं, मेरे हिसाब से तो बुद्धिमानी ही, आपकी ताकत है। Hrithik Roshan
जीवन जीने की कला है , दृष्टि को पवित्र , मन को शांत , बुद्धि को दिव्य और मुख को मधुर बनाना | Bk Shivani
जब कोई बुरी घटना घटने वाली होती है, तो उसके पहले बुद्धि भ्रष्ट हो जाती है। Premchand
एकाग्र हुआ चित्त ही पूर्णता को, प्राप्त होता है, सुखी का चित्त, एकाग्र होता है। Lord Buddha
धैर्य सबसे बड़ी, प्रार्थना है। Lord Buddha
अहंकार के समूल नाश से तृष्णाओं, का अंत होता है। Lord Buddha
फूल की सुगंध वायु के विपरीत कभी, नहीं जाती परंतु मानव के सद्गुण की महक सब, तरफ फैल जाती है। Lord Buddha
आदमी को चाहिए कि बुराई के बजाय, भलाई का रास्ता अपनाएं भलाई, करने वाले लोग लोक व परलोक, दोनों में ही सुख से रहते हैं। Lord Buddha
सदाचरण मनुष्य, का धर्म है। Lord Buddha
अभिलाषा सब दुखों, की जड़ है। Lord Buddha
समस्त प्राणियों पर दया, करनी चाहिए। Lord Buddha
कामना से दुख आता है , दुख से भय आता है और जो, इच्छाओं से मुक्त है , वह ने दुख जानता है , ना ही भय। Lord Buddha
जो व्यक्ति क्रोध और उत्तेजित होने पर, मन को शांति की दिशा में मोड़ सकता है, उसे मैं सारथी कहता हुँ। Lord Buddha
क्रोध और उबलता पानी एक समान है, क्रोधी भलाई नहीं देख पाता और खोलते, जल में परछाई नहीं दिखती। Lord Buddha
चलते ,खड़े, बैठते अथवा सोते हुए, जो व्यक्ति मन को शांत रखता है, वह निश्चित ही शांति को प्राप्त हो जाता है। Lord Buddha
दुसरो के अनुभव से लाभ, उठाने वाला ही बुद्धिमान है | Jawaharlal Nehru
एक बार जब आपका मन, पूर्ण रूप से स्थिर हो जाता, है तब आपकी बुद्धि, मानवीय सीमाओं को पार, कर जाती है।
जैन लोग बुद्ध को इतना, प्रेम करते हैं, कि वो उनका मज़ाक भी, उड़ा सकते हैं, ये अथाह प्रेम कि, वजह से है, उनमे डर नहीं है | OSHO
मूर्ख दूसरों पर, हँसते हैं बुद्धिमान, खुद पर | OSHO
जितना एक मूर्ख व्यक्ति किसी बुद्धिमानी भरे उत्तर से नहीं सीख सकता उससे अधिक एक बुद्धिमान एक मूर्खतापूर्ण प्रश्न से सीख सकता है। Bruce Lee
अकेले टैलेन्ट के दम पर , आप छोटी - मोटी गेम जीत सकते हैं, लेकिन टीमवर्क और बुद्धिमानी से , आप बड़ी - बड़ी चैम्पियनशिप को , जीत सकते हैं। Michael Jordan
क्रोध से भ्रम पैदा होता है , भ्रम से बुद्धि व्यग्र होती है, जब बुद्धि व्यग्र होती है , तब तर्क नष्ट हो जाता है , जब तर्क नष्ट होता है , तब व्यक्ति का पतन हो जाता है I Shrimad Bhagwad Gita
बुद्धि का विकास मानव के, अस्तित्व का अंतिम लक्ष्य होना चाहिए | Dr. B. R. Ambedkar
जल्दी सोने और जल्दी , उठने से इंसान स्वस्थ , समृद्ध और बुद्धिमान , बनता है।