बेवजह

बेवजह

कभी प्रभु का नाम जपते जपते
बेवजह आँखों में आँसूं
आ जाए तो समझ लेना
सन्देश पहुँच गया |

बेवजह

बेवजह

कौन होता है दोस्त? दोस्त वो जो
बिन बुलाये आये, बेवजह सर खाए,
जेब खाली करवाए, कभी सताए,
कभी रुलाये, मगर हमेशा साथ निभाए |