कल बहारे थी यहां आज, फैली है खिज़ा। बिना तुम्हारे जिंदगी में अब, कहां है वो मजा।
किसी मजबूर इंसान का मजाक उड़ाने का, ख्याल आए तो उसके स्थान पर, स्वयं को रख कर देखो। Chankya
मैँने अपना गम आसमां , को क्या सुना दिया... शहर के लोगों ने बरसात, का मजा ले लिया..l
हवा की चाँद मुबारक, फिज़ा को रमजान, मुबारक दिलों, को प्यार मुबारक, आपको हमारी तरफ से, ईद मुबारक |
यु जाड्डे का मौसम और धुंध का माहोल । चाय के दो कप । एक म्हारा और दूसरा भी म्हारा। चाय गेल कोई समझौता नहीं ।