डॉक्टर्स और मेडिकल साइंस का भी ये मानना है,की हमारी सोच से शरीर की हर कोशिका प्रभावित होती है इसलिए हमे हमारी सोच से डर बिलकुल निकाल कर भयमुक्त माहौल बनाना है | Bk Shivani
भयमुक्त जीवन ही मानव मस्तिष्क, की अव्यक्त अभिलाषा है। Milten
कामना से दुख आता है , दुख से भय आता है और जो, इच्छाओं से मुक्त है , वह ने दुख जानता है , ना ही भय। Lord Buddha
जहाँ देह है वहाँ कर्म तो है ही , उससे कोई मुक्त नहीं है | तथापि शरीर को प्रभुमंदिर बनाकर उसके द्वारा मुक्ति प्राप्त करनी चाहिए | Mahatma Gandhi
गुरु के चरणों की धूल जो मिल जाये , पावन ये तन मन हो जाये , लगा के धूल गुरु चरणों की , मुक्ति ये शरीर पा जाए |
सकरात्मक सोच से व्यक्ति , सदा तनाव से , मुक्त होकर प्रसन्नचित रहता है I BK SHIVANI
हम अपने जीवन में जो चाहते है , उसे चुनने के लिए मुक्त है , लेकिन उसके परिणाम से , कभी मुक्त नही हो सकते है I Amitabh Bachchan
मुक्तसर सी ज़िन्दगी, है मेरी तेरे साथ जीना, चाहता हूँ कुछ नहीं, मांगता खुदा से बस, तुझे मांगता हूँ | Happy Propose Day