मुर्ख

मुर्ख

जीजा साली से मैं भी बहुत बड़ा मुर्ख था,
जो तुम्हरी बहन से शादी की साली : है,
और अंधे भी थे क्यूंकि बगल मै खड़ी,
मै नहीं दिखी आपको |

अंधे के लिए आइना

अंधे के लिए आइना

"पुस्तकें एक मुर्ख आदमी के लिए वैसे ही हैं, जैसे एक अंधे के लिए आइना।" ~ आचार्य चाणक्य