मजबूत रिश्ते चीजो के, लेन -देन से नहीं सच्ची, वे शुभ भावनाओं के, लेन -देन से बनते है, ओम शांति |
रिश्ते कभी जिंदगी के साथ साथ नहीं चलते | रिश्ते एक बार बनते है | और फिर जिंदगी रिश्तो के साथ साथ चलती है | Bk Shivani
दही खट्टा बनता है....? अगर हां तो .... आपने उसमे दही बनाने के लिए खट्टे और पुराने दही का प्रयोग किया था | जिससे नया दही भी खट्टा हो गया , ठीक इसी प्रकार पुरानी बातो और बुरी बातो को अगर हम पकड़कर बैठे रहेंगे तो नए रिश्ते ख़राब बनेंगे | Bk Shivani
पत्नी – मेरी दोनों छोटी बहनें आ रही हैं, पति खुश होकर – अरे डार्लिंग, तुम्हारे रिश्तेदार मतलब मेरे रिश्तेदार, पक्का टाइम से आ जाऊँगा |
किसी से जुदा होना अगर, इतना आसान होता, तो जिस्म से रूह को लेने, कभी भी फ़रिश्ते ना आते।