भावनाओं

भावनाओं

मजबूत रिश्ते चीजो के, लेन -देन से नहीं सच्ची,
वे शुभ भावनाओं के,
लेन -देन से बनते है,
ओम शांति |

जिंदगी

जिंदगी

रिश्ते कभी जिंदगी के
साथ साथ नहीं चलते |
रिश्ते एक बार बनते है |
और फिर जिंदगी रिश्तो
के साथ साथ चलती है |

Bk Shivani

दही

दही

दही खट्टा बनता है....?
अगर हां तो ....
आपने उसमे दही बनाने के लिए
खट्टे और पुराने दही का
प्रयोग किया था |
जिससे नया दही भी
खट्टा हो गया ,
ठीक इसी प्रकार
पुरानी बातो और बुरी बातो को
अगर हम पकड़कर
बैठे रहेंगे तो
नए रिश्ते ख़राब बनेंगे |


Bk Shivani

रिश्तेदार

रिश्तेदार

पत्नी – मेरी दोनों छोटी बहनें आ रही हैं,
पति खुश होकर – अरे डार्लिंग,
तुम्हारे रिश्तेदार मतलब मेरे रिश्तेदार,
पक्का टाइम से आ जाऊँगा |

फ़रिश्ते,

फ़रिश्ते,

किसी से जुदा होना अगर,
इतना आसान होता,
तो जिस्म से रूह को लेने,
कभी भी फ़रिश्ते ना आते।