रूह

रूह

तुम गले मिले,
तो ऐसे लगा,
जैसे पिछले जनम की,
बिछड़ी रूह मिली हो

Happy Hug Day

 मुलाकात,

मुलाकात,

कौन कहता है, मुलाकात,
मेरी आज की है तू,
मेरी रूह के अंदर,
है कई सदियों से |

मुझे तलाश हैं एक रूह की,

मुझे तलाश हैं एक रूह की,

मुझे तलाश हैं एक रूह की,
जो मुझे दिल से प्यार करे,
वरना इंसान तो पेसो से भी,
मिल जाया करते हैं |