लगातार चिंतन

लगातार चिंतन

व्यक्ति जो चाहे बन सकता है ,
यदी वह विश्वास के साथ ,
इच्छित वस्तु पर लगातार चिंतन करे I
Shrimad Bhagwad Gita

लगातार

लगातार

अगर पहली बार में ही आपको सफलता मिली, तो लगातार निवेश करते रहिये।