लालच

लालच

जब मन में लालच और
डर होता है ,
तो वो चीज़े जिनकी
कोई कीमत नहीं ,
कोई हैसियत नहीं ,
वो भी तुम पर हावी हो जाती है |

उपवास

उपवास

उपवास हमेशा अन्न का ही क्यों ,
कभी लालच ,निंदा ,लोभ क्रोध ,
काम ,झूठ ,लोभ और कुविचार का
भी करना चाहिए |

Bk Shivani

मनुष्य

मनुष्य

केवल वही मनुष्य सब की,
उपेक्षा उत्तम रूप से करता है ,
जो पूर्णतया निस्वार्थ है ,
जिसे ना धन का लालच ,
ना कीर्ति का और ना ,
अन्य किसी वस्तु का है ।

Swami Vivekanand

तरबूज

तरबूज

इस दुनिया में दो ही ,लोग किस्मत वाले हैं ,
एक वो जिनका प्यार सच्चा ,निकालता हैं,
और दूसरा वो जिनका गर्मी में तरबूज मीठा ,
और लाल निकलता हैं ...
Happy Summer

नंद लाल के बोल,

नंद लाल के बोल,

मिशरी से मीठे नंद लाल के बोल,
इनकी बाते है सबसे अनमोल,
जन्माष्टमी के इस पावन अवसर पर,
दिल खोल के जय श्री कृष्णा बोल…

 नन्दलाल

नन्दलाल

आओ मिलकर सजाये नन्दलाल को, आओ मिलकर करें उनका गुणगान! जो सबको राह दिखाते हैं, और सबकी बिगड़ी बनाते हैं!
शुभ जन्मआष्ट्मी!

वृन्दावन की सुगंध

वृन्दावन की सुगंध

मथुरा की खुशबू
गोकल का हार
वृन्दावन की सुगंध
बरसाने का प्यार
मुबारक हो आपको होली का त्यौहार

 पिचकारी

पिचकारी

'प्यार के रंग से भरो पिचकारी
स्नेह के रंग से रंग दो दुनिया सारी
ये रंग ना जाने जात ना कोई बोली
मुबारक हो आपको होली'

 नया आगाज़

नया आगाज़

इस होली में अपने घमंड, नकारात्मकता और जलन का अलाव बनाओ और नया आगाज़ करो। होली मुबारक!

गुलाल की बौछार,

गुलाल की बौछार,

पिचकारी की धार,
गुलाल की बौछार,
अपनों का प्यार,
यही है यारो त्यौहार,
आप को होली की हार्दिक शुभकामनायें