स्नहे वह भाषा है जिसे बहरे भी सुन सकते है और गूंगे भी बोल सकते है | इसलिए सब पर स्नहे की वर्षा करे |
रंगों की वर्षा, गुलाल की फुहार,सूरज की किरणें, खुशियों की बौछार चन्दन की खुशबु, अपनों का प्यार मुबारक हो आपको होली का त्यौहार |