सुंदरता

सुंदरता

शरीर में कोई सुंदरता नहीं
होती है ,सुन्दर होते है तो,
केवल मनुष्य के कर्म ,विचार ,
वाणी ,व्यवहार ,संस्कार
और उसका चरित्र |

वाणी

वाणी

गुरु जो सत्यार्थ कराये मान लेना ,
गुरु की वाणी उस प्रभु के ,
आदेश से प्रेरित होती है ,
जो समस्त सत्यार्थ के स्वामी है |

अनमोल

अनमोल

गुरु वाणी वो अनमोल रत्न है ,
जिसको धारण करने वाला,
कभी गरीब ओर दुखी नहीं रहता |

गुरु

गुरु

गुरु ने जो सिखाया है ,
कभी ना व्यर्थ जाएगा ,
गुरु वाणी जिसने ना मानी,
वो सदा दुख पाएगा |

सावधान

सावधान

किसी को अपनी वाणी से कष्ट मत पहुचाहिये,
आप में भी गलतिया है और,
दुसरो के पास भी जुबान है तो सावधान रहिये I

BK SHIVANI

कठोर वाणी

कठोर वाणी

कठोर वाणी अग्निदाह से भी ,
अधिक तीव्र दुःख पहुंचाती है।
Chanakya