जब हम किसी संत महात्मा या साधुओं के पास जाते है ,तो वो हमे देखकर ही हमारे बारे में बता देते है , क्योंकि वो अब शांति पा चुके है , और वे अपने को शरीर से ऊपर पवित्र आत्मा के रूप में देखते है , जिससे वो हम क्या सोच रहे है वो बता देते है | Bk Shivani
मन थका हुआ है ? क्यों क्योंकि। ....... रात को सोते वक़्त आपने या तो E-mail या Message या कोई बुक पढ़ी है , वो इसलिए क्योंकि उसे पढ़ने के बाद आप तो सो जाते है यानी की आपका शरीर तो सो जाता है , लेकिन आप सोते-सोते अपने मन को काम पर लगा देते है यानी की आपने जो पढ़ा या सुना है मन लगातार उसका चिंतन करता रहता है और वो आराम नहीं कर पाता है | Bk Shivani
शरीर सुन्दर हो या ना हो, उससे फर्क नहीं पड़ता | लेकिन शब्दों को जरूर सुंदर होना चाहिए , क्योंकि लोग चेहरे को भूल जाते है , लेकिन शब्दों को नहीं भूलते |
शरीर में कोई सुंदरता नहीं होती है ,सुन्दर होते है तो, केवल मनुष्य के कर्म ,विचार , वाणी ,व्यवहार ,संस्कार और उसका चरित्र |
कोरोना वायरस के इस डर भरे माहौल में हमे ये याद रखना है की हम किस तरह की सूचनाओं को ले रहे है , जिस तरह हम जो खाते हे , उसके पोषक तत्व हमारा शरीर बनाते हे इसी तरह हम जो सूचनाएँ ले रहे हे उसी से हमारी सोच बनती हे | Bk Shivani
एक शांत मन मनुष्य शरीर के, लिए सबसे उत्तम इलाज़ है | Nepoleon Bonapart
'शरीर ठीक रहते हुए ही इसका, सदुपयोग कर लेना चाहिए | Chankya'
'यह एक रणक्षेत्र हैं, मेरा शरीर जिसने बहुत, कुछ सहा हैं। '
मन को केवल कुछ चीजें ही याद, रहती हैं शरीर को सबकुछ याद, रहता है जो सूचना ये रखता है वो, अस्तित्व के प्रारम्भ तक जाती हैं।
गुरु के चरणों की धूल जो मिल जाये , पावन ये तन मन हो जाये , लगा के धूल गुरु चरणों की , मुक्ति ये शरीर पा जाए |
शरीर, वास्तव में, केवल एक , क्षणिक अस्तित्व है। अब शरीर मौजूद है , और अब यह नहीं है। एकमात्र भगवान ही असली हैं। Swami Paramhans