मंदिर,मस्जिद,चर्च,गुरुद्वारा , आश्रम इतनी शान्ति,इतना सुकून , इतनी शक्ति,क्यूँ महसूस होती है? जब हम वहाँ है,हमारी हर सोच भगवान के प्यार,सेवा भाव की है | सोच से वातावरण बनता है | क्या हम वही वातावरण अपने घर का बना सकते है ? Bk Shivani
कठोर श्रम ही, तप है। OSHO
किसी राष्ट्र को समृद्ध बनाना केवल आर्थिक, दृष्टिकोण तक ही सीमित नहीं होता बल्कि उस, राष्ट्र को ज्ञान से परिश्रम से और सबसे अधिक, सम्मान और गरिमा से सुशोभित भी करना होता है। A . P . J . Abdul Kalam
श्रम द्वारा प्राप्त संपत्ति, ही स्थाई होती है। Chankya
सफलता चार साधनो से प्राप्त होती है – विवेक , श्रम , आत्मबल और व्यावहारिकता | Mahatma Gandhi
कड़ा परिश्रम करो, आनंद लो , और इतिहास का निर्माण करो | Jeff Bezos
जब लक्ष्य जीत की हो, तो हासिल करने के, लिए कितना भी परिश्रम, कोई भी मूल्य क्यो न, हो उसे चुकाना ही पड़ता है। Chhatrapati Shivaji
परिश्रम सौभाग्य , की जननी , है।