इंसान अपना वह चेहरा तो खूब सजाता है , जिस पर लोगो की नज़र होती है , मगर आत्मा को सजाने की कोशिश कोई नहीं करता ,जिस पर परमात्मा की नज़र होती है | Bk Shivani
कितने ही ख्वाब सजाए हैं, अभी पलकों पर। तुम करीब आओ, तो सब पूरे हो जाएं।
चांद ने अपनी चांदनी बिखेरी है, और तारों ने आसमां को सजाया है, लेकर तौफा अमन और प्यार का, देखो स्वर्ग से कोई फरिश्ता आया है | happy christmas