समझाने

समझाने

मन उस बच्चे की तरह है,
जिसे एक बार नहीं,
बार - बार समझाने की जरुरत है |

ईर्ष्या

ईर्ष्या

जो आपसे नफरत करते है,
आप उनसे कभी ईर्ष्या न करें क्योंकि वे ही हैं,
जो आपको खुद से बेहतर समझते है,
इसलिए उन सबके लिए शुभ भावना रखें,
जो हमसे ईर्ष्या करते है |

Accept

Accept

में शुरुआत में जब
ब्रह्माकुमारी में आई तो
एक बात थी जो में
Accept नहीं कर पा
रही थी ,यहाँ कहा
जाता था की यहाँ
खुद परमात्मा पढ़ा
रहे है, लेकिन जब
मेने समझा
और पढ़ा तब पता चला
यहाँ खुद परमात्मा पढ़ा रहे है|

Bk Shivani

स्त्री का भय

स्त्री का भय

एक मित्र ने कहा -गुप्ता जी, में विवाह इस कारण

नहीं करना चाहता हु की मुझे स्त्रियो से दर लगता है
गुप्ता जी ने समझाया-ऐसी बात है तो तुरंत विवाह
कर डालो, में अपनी अनुभव से कहता हु की विवाह
के बाद एक ही स्त्री का भय रह जाता है

समझदारी

समझदारी

जो भी चीज़ आपको परेशान
करती है ,वास्तव में वह
आपकी है ही नहीं ऐसी वस्तु
का त्याग कर देना
ही समझदारी है |

Bk Shivani

चीज़े

चीज़े

आप पाँच चीज़े अभी से छोड़ दो -
1. सबको खुश करना |
2 . दुसरो से ज्यादा उम्मीद करना |
3 . अतीत में जिंदगी जीना |
4 . खुद को किसी से कम समझना |
5 . बहुत ज्यादा सोचना |

Bk Shivani

समझेंगे

समझेंगे

जितना आप स्वयं को
समझेंगे उतना ही
शांत,सरल और सहज
रहना आपके लिए
सरल होगा |

Bk Shivani

सुगंध

सुगंध

प्रशंसा को वीरता के कार्यों,
की सुगंध ही समझिए | 

Socrates

आत्मज्ञान

आत्मज्ञान

आत्मज्ञान एक समझ है,
कि यही सबकुछ है,
यही बिलकुल सही है,
बस  यही है आत्मज्ञान,
कोई उप्लाब्धि नही है,
यह ये जानना है,
कि ना कुछ पाना है,
और ना कहीं जाना है |
OSHO

जाड्डे का मौसम

जाड्डे का मौसम

यु जाड्डे का मौसम और धुंध का माहोल ।
चाय के दो कप । एक म्हारा और
दूसरा भी म्हारा।
चाय गेल कोई समझौता नहीं ।

अपना समझो या बेगाना

अपना समझो या बेगाना

''अपना समझो या बेगाना
हमारा आपका रिश्ता है पुराना
इसलिए फ़र्ज़ था आपको बताना
गर्मियाँ शुरू हो गयी है
रोज़ नहाना ...''

समझ के दुश्मन......I

समझ के दुश्मन......I

क्रोध और असहिष्णुता सही समझ के दुश्मन हैं.

सबसे बड़ा पाप

सबसे बड़ा पाप

खुद को कमजोर समझना सबसे बड़ा पाप है.