जीवन आपकी परीक्षा लेता है, लेकिन यह तय करने के लिए, आपको तीन सेकंड लगते हैं, कि आप सुपरहीरो हैं, या नहीं मैं तो हूँ। Hrithik Roshan
ब्रह्माकुमारी की शुरुआत हैदराबाद के सिंध में जो की अब पकिस्तान में है , दादा लेखराज ने सन 1937 में की | दादा लेखराज उस समय हीरों के व्यापारी थे | और अपने परिवार के साथ रहते थे | Bk Shivani
सुबह-सुबह पत्नी नींद से उठते ही बोली, अजी सुनते हो, पति बोलो क्या हुआ, पत्नी मुझे सपना आया कि आप मेरे लिए, हीरों का हार लेकर आए हो, पति ठीक है तो वापिस सो जा और पहन ले |
मेरे माता-पिता ही मेरे हीरो हैं , कोई और मेरा हीरो नहीं हो सकता। Michael Jordan
जिक्र अगर हीरो का होगा तो नाम हिंदुस्तान के वीरों का होगा।