इंतजाम

इंतजाम

आंखों में काजल भरा होठों पर है पान।
आज किसका हो रहा है,
ये कत्ल का इंतजाम।

पापा

पापा

मेरे होठों की हँसी मेरे पापा,
की बदोलत है,
मेरी आँखों में खुशी मेरे,
पापा की बदोलत है ,
पापा किसी खुदा से कम नही
क्योकि मेरी ज़िन्दगी की,
सारी खुशी पापा की बदोलत है |