“मेरे होंटों पर ख़ामोशी है बहुत, इन गुलाबों पे तितलियाँ रख दे |” Happy Rose Day
मेरी आवाज़ ही परदा है, मेरे चेहरे का, मैं हूँ ख़ामोश जहाँ मुझको, वहाँ से सुनिए।