घबराकर

घबराकर

निंदा से घबराकर अपने लक्ष्य को
ना छोड़े क्योकि लक्ष्य मिलते ही
निंदा करने वालो की राय
बदल जाती है |

लक्ष्य

लक्ष्य

एक लक्ष्य हमारी ,
पहुँच के अन्दर ही होता है ,
हवा में नहीं होता।
इसे प्राप्त किया जा सकता है।

Dhirubhai Ambani

समय

समय

कठिनाईयों के समय अपने लक्ष्यों ,
का पीछा करना न छोड़ें।
कठिनाईयों को अवसरों में बदले।

Dhirubhai Ambani

जीवन का लक्ष्य

जीवन का लक्ष्य

प्रत्येक सुबह आपको ये बताती है कि आपके जीवन का लक्ष्य अभी पूरा नही हुआ है।

लक्ष्य

लक्ष्य

यदि लोग आपके लक्ष्यों पर हँस नहीं रहे हैं, तो आपके लक्ष्य बहुत छोटे हैं.

तब तक नहीं रुको

तब तक नहीं रुको

उठो, जागो और तब तक नहीं रुको जब तक लक्ष्य ना प्राप्त हो जाये.