हर समस्या के तीन समाधान है, स्वीकार करे बदल दे या छोड़ दे, अगर स्वीकार नहीं कर सकते तो, बदल दे और अगर बदल नहीं, सकते तो बेहतर है, उसे ईस्वर पर छोड़ दे
मन उस बच्चे की तरह है, जिसे एक बार नहीं, बार - बार समझाने की जरुरत है |
दो पल के गुस्से से प्यार भरा रिस्ता टूट जाता है, और जब होश आता है, तब वक्त निकल जाता है |
व्यवहार घर का शुभ कलश है, और इंसानियत घर की तिजोरी, मधुर वाणी घर की दौलत है, और शांति घर की महालक्ष्मी |
नमक की तरह अपना एक, अनोखा किरदार रखे क्योंकि, इसकी उपस्तिथि महसूस नहीं, होती है लेकिन इसके बिना सब, कुछ स्वादहीन हो जाता है |
संगत का विशेष ध्यान रखे, क्योंकि सफलता हमेशा, अच्छे विचारों से आती है, और अच्छे विचार अच्छे, लोगों के संपर्क से आते है |
जहाँ सम्मान न हो वो प्रेम व्यर्थ है, जहाँ संवाद न हो वह संबंध व्यर्थ है, और जहाँ विश्वास न हो, वहाँ आगे बढ़ना व्यर्थ है |
मजबूत रिश्ते चीजो के, लेन -देन से नहीं सच्ची, वे शुभ भावनाओं के, लेन -देन से बनते है, ओम शांति |
समस्या का अंतिम, हल माफ़ी ही है, कर दो या मांग लो |
जब एक सेकंड की, मुस्कुराहट से फोटो सुंदर, आ सकती है तो क्या सदा, मुस्कुराते रहने से जिंदगी, खुशनुमा नहीं हो सकती |
सत्य कभी दावा नहीं, करता की मैं सत्य हूँ, लेकिन झूठ हमेशा, दावा करता है, की मैं ही सत्य हूँ |
भगवान जानते है आपने किसी चीज़, के लिए कितना सब्र किया है, और यकीन मानिए आपके सब्र के, हर पल की कीमत अदा होगी, भगवान पर विश्वास रखे |
आप का नसीब आसमान से, टपक कर नहीं आता है, कर्म अच्छे करोगे तो स्वभाव, बनेगा स्वभाव अच्छा होगा, तो चरित्र बनेगा चरित्र अच्छा, रखोगे तो नसीब अच्छा बनेगा |
जो आपसे नफरत करते है, आप उनसे कभी ईर्ष्या न करें क्योंकि वे ही हैं, जो आपको खुद से बेहतर समझते है, इसलिए उन सबके लिए शुभ भावना रखें, जो हमसे ईर्ष्या करते है |