क्रोध

क्रोध

कभी भी क्रोध से बात
नहीं करनी चाहिए जितना हो,
सके प्यार से कार्य करो |

क्रोध

क्रोध

जिन्हे शब्दों में बात कहना
नहीं आता अर्थात अपना
दृष्टिकोण समझाना नहीं आता
वास्तव में उन्हें ही अधिक
क्रोध आता है |

मन

मन

जो मन की पीड़ा
को स्पष्ट रूप
से नहीं कह सकता
उसी को क्रोध
अधिक आता है |

Bk Shivani

चुनाव

चुनाव

क्रोध में भी शब्दों का चुनाव
ऐसे कीजिए कि जब
गुस्सा उतरे तो खुद की नजरों
में शर्मिंदा ना होना पड़े।

सृष्टि

सृष्टि

हम सबको मिलकर सृष्टि की
इस हवा को बदलकर शुद्ध
तथा आस -पास के वातावरण को
पवित्र बनाने के लिए पॉंच विकारो
- काम ,क्रोध ,लोभ ,मोह ,अहंकार
को छोड़कर |
सात गुणों - पवित्रता ,शांति ,शक्ति
प्यार ,ख़ुशी ,ज्ञान और गंभीरता
को अपनाना होगा |

Bk Shivani

उपवास

उपवास

उपवास हमेशा अन्न का ही क्यों ,
कभी लालच ,निंदा ,लोभ क्रोध ,
काम ,झूठ ,लोभ और कुविचार का
भी करना चाहिए |

Bk Shivani

खुशी

खुशी

जब हम किसी से नफरत
ईर्ष्या,क्रोध करते हैं,
तो मन की खुशी गायब
हो जाती है।

Bk Shivani

एहसास

एहसास

कार्य कर लेने के बाद,
जिसका एहसास होता है,
वह है क्रोध।
OSHO

मुस्कुराहट

मुस्कुराहट

आपकी मुस्कुराहट आपके चेहरे पर ,
भगवान के हस्ताक्षर हैं,
अपने आंसुओं से उसे धुलने या क्रोध
से मिटने ना दें।

Bk Shivani

क्रोध

क्रोध

किसी का खराब काम देखकर क्रोध आना
मामूली बात है लेकिन क्रोध के बजाय
दुआ निकलना महान आत्मा के लक्षण हैं I

BK Shivani

एक क्षण में

एक क्षण में

मनुष्य सुबह से शाम तक काम करके ,
उतना नही थकता है ,
जितना क्रोध और चिंता से एक क्षण में,
ही थक जाता है I

BK SHIVANI'

इन्सान

इन्सान

क्रोध और गुस्सा इन्सान को,
तभी आता है जब वह अपने आपको,
कमजोर और हारा हुआ मान लेता है I

BK SHIVANI

 व्यक्ति का पतन

व्यक्ति का पतन

क्रोध से भ्रम पैदा होता है ,
भ्रम से बुद्धि व्यग्र होती है,
जब बुद्धि व्यग्र होती है ,
तब तर्क नष्ट हो जाता है ,
जब तर्क नष्ट होता है ,
तब व्यक्ति का पतन हो जाता है I
Shrimad Bhagwad Gita