किसने कहा पगली तुझसे कि , हम तेरी खूबसूरती पर मरते है, हम तो तेरी गुलाबी आँखों पर मरते है, जिस अदा से तू हमे देखती है I रोज़ डे मुबारक हो…
पंखुडियां तोड़ कर, आप फूल की, खूबसूरती नहीं, इकठ्ठा करते | Rabindranath Tagore