हमारे जीवन की ज्यादातर समस्याएं हमारे बोलने के लहज़े से पैदा होती हैं। इससे मतलब नहीं है कि हम क्या कहते हैं, इससे मतलब है कि हम कैसे कहते हैं,क्या आप सहमत हैं?
हमारे जीवन की ज्यादातर समस्याएं , हमारे बोलने के लहज़े से पैदा होती हैं। इससे मतलब नहीं है , कि हम क्या कहते हैं, इससे मतलब है कि हम कैसे कहते हैं , क्या आप सहमत हैं? BK SHIVANI
मेरा मानना है कि अगर आप लोगों को समस्याएं दिखाएं और आप उन्हें समाधान दिखाएं तो वे कार्रवाई करने के लिए बाध्य हो जायेंगे।