तेरे सिवा किसी ओर को चाहा नहीं मैंने सूख गया तेरा दिया हुआ गुलाब, मगर फैका नहीं मैंने | HAPPY ROSE DAY
'मेरी दीवानगी की कोई हद नहीं , तेरी सूरत के सिवा मुझे कुछ याद नहीं , मैं गुलाब हूँ तेरे गुलशन का , तेरे सिवाए मुझ पर किसी का हक नहीं। happy rose day