केवल निर्मल मन वाला व्यक्ति ही जीवन, के आध्यात्मिक अर्थ को समझ सकता है, स्वयं के साथ ईमानदारी आध्यात्मिक, अखंडता की अनिवार्यता है | Sarvepalli Radhakrishnan