चाँद

चाँद

एक दिन बड़े गुरुर से कहने लगी जमीन
है मेरे नसीब में परचम हुसैन का
फिर चाँद ने कहा मेरे सीने के दाग देख
होता है आसमान पर भी मातम हुसैन का

#चाँद#मुहर्रम . muharram message#new muharram message

Related Image Messages