किसी की भी कमजोरी का चिंतन करना अर्थात उस कमजोरी का अपने जीवन में आवाह्न करना | हमारी सोच हमारे व्यक्तित्व का निर्माण करती है | इसलिए सोचने से पहले सोचिये |