नैया

नैया

गुरु जब पकड़ ले हाथ ,
तो डर किस बात का ,
जो तुम्हें ज्ञान के ,
समुंदर मैं तेराएगा ,
लेकिन तुम्हारी नैया कभी अज्ञान रूपी ,
समुंदर मैं डूबने नहीं देगा |